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जम्मू-कश्मीर निकाय चुनावों में जम्मू नगर निगम में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया, जम्मू शहर का मेयर और डिप्टी मेयर के दोनों पदों पर भाजपा का कब्जा

जम्मू। जम्मू-कश्मीर निकाय चुनावों में जम्मू नगर निगम में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। यह स्पष्ट हो गया है कि जम्मू शहर का मेयर और डिप्टी मेयर के दोनों पदों पर भाजपा का कब्जा होगा। भाजपा ने 75 वार्डों वाली नगर निगम में सर्वाधिक 43 सीटें हासिल की हैं। वहीं दूसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार रहे हैं। इन्होंने यहां 19 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि तीसरा स्थान हासिल करने वाली कांग्रेस पार्टी ने 14 सीटें हासिल की हैं। जम्मू संभाग की तरह कश्मीर आैर लददाख में भाजपा अपना दबदबा कायम नहीं कर पाइ। यहां कांग्रेस ने कर्इ निकायों पर क्लीन स्वीप किया। उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा में भाजपा के जिला प्रधान वसीम वारी जो वार्ड नंबर 11 से चुनाव लड़ रहे थे, कांग्रेस उम्मीदवार जफ्फर उल्ला खान से हार गए हैं। गांदरबल म्यूनिसिपल कमेटी के 17 वार्डों में से 13 पर निर्दलीय जीते हैं जबकि दो वार्डों में भाजपा व दो में कांग्रेस के उम्मीदवारों ने अपनी जीत दर्ज करवाई है। अनंतनाग में भी कांग्रेस का दबदबा रहा यहां की 25 सीटों में से 20 सीटों पर काग्रेस ने जीत हासिल की है। जिला बांडीपोरा के सुंबल म्यूनिसपल कमेटी की 13 सीटों में से आठ सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती जबकि अन्य पांच पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। सज्जाद गनी लोन की पार्टी पीपुल्स कांफ्रेंस ने हंदवाड़ा म्यूनिसिपल कमेटी की सभी 13 सीटों पर जीत दर्ज की है। हंदवाड़ा में भाजपा ने कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा था। गांदरबल में निर्दलीय उम्मीदवार हावी रहे। यहां की 17 वार्डों में 13 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। इसके अलावा दो सीटों पर कांग्रेस और दो पर भाजपा के उम्मीदवार जीते। बारामुला की 21 वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशियों ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की। भाजपा के खाते में छह जबकि तीन पर निर्दलीय उम्मीवार ने जीत हासिल की। उड़ी म्यूनिसिपल कमेटी की 13 सीटों में सात पर निर्दलीय, छह पर कांग्रेस ने हाथ साफ किए। यहां भाजपा अपना खाता नहीं खोल पाई। लेह में सभी 13 सीटें कांग्रेस ने जीती हैं। कारगिल म्यूनिसिपल कमेटी की 13 सीटों में आठ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं, यहां कांग्रेस ने पांच जबकि भाजपा ने एक सीट पर कब्जा किया है।

जम्मू म्यूनिसिपल कारपोरेशन : यहां भाजपा ने अपना दबदबा कायम रखा। शहर की 75 वार्डों में से भाजपा ने 43 सीटों पर अपनी जीत दर्ज करवा यह स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू नगर निगम में मेयर उन्हीं का होगा। दूसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार रहे। हालांकि इनमें भी अधिकतर उम्मीदवार वे हैं जिन्हें भाजपा से टिकट न मिलने पर निर्दलीय तौर पर चुनाव में उतरने का निर्णय लिया। इन उम्मीदवारों के हिस्से कुल 18 सीटें आई हैं। तीसरे स्थान पर कांग्रेस रही। कांग्रेस पार्टी के हिस्से 14 सीटें आई हैं।

ऊधमपुर म्यूनिसिपल कमेटी : कस्बे की 21 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतरे उम्मीदवारों ने राजनीति दलों के उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दी। निकाय चुनाव के आए परिणाम को देख यह स्पष्ट हो गया है कि ऊधमपुर में अब निर्दलीय उम्मीदवार ही चेयरमैन बनाएंगे। यहां निर्दलीय उम्मीदवारों ने 9 सीटों हासिल की हैं जबकि सबसे बड़े राजनीतिक दल के तौर पर उबरी पैंथर्स पार्टी ने छह, भाजपा ने चार जबकि कांग्रेस ने मात्र दो सीटें जीत हैं। इस समीकरण को देखते हुये यह साफ हो गया है कि ऊधमपुर में किसी भी पार्टी को अपना चेयरमैन बनाने के लिए निर्दलीयों का सहारा लेना पड़ेगा। निर्दलीय का एक बड़ा धड़ा ऊधमपुर के मौजूदा निर्दलीय विधायक पवन गुप्ता के समर्थन से चुनाव जीता है।

रियासी म्यूनिसिपल कमेटी : रियासी कमेटी में किसी भी पार्टी को अपना चेयरमैन बनाने के लिए कम से कम सात उम्मीदवारों की जरूरत पड़ेगी। यहां पर किसी भी पार्टी के सात उम्मीदवार नहीं जीत पाए हैं। यहां भाजपा ने चार, कांग्रेस के दो उम्मीदवारों ने जीत हासिल की जबकि पांच निर्दलीय उम्मीदवार जीत दर्ज कराने में कामयाब रहे। यहां भी चेयरमैन बनाने में निर्दलीयों का योगदान रहेगा।

किश्तवाड़ म्यूनिसिपल कमेटी : यहां के निर्दलीय उम्मीदवारों ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करवाई है। कस्बे के सभी 13 वार्डों में से 10 पर निर्दलीय उम्मीदवारों का कब्जा रहा जबकि बाकी बीच तीन सीटें में से दो कांग्रेस जबकि एक भाजपा के हिस्से आई।

हीरानगर म्यूनिसिपल कमेटी : यहां भाजपा ने अपना वर्चस्व कामय रखा। कस्बे की 13 सीटों में सात सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने कब्जा किया। तीन पर कांग्रेस और तीन पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी जीत दर्ज की।

पुंछ म्यूनिसिपल कमेटी : यहां कुल 17 सीटों में से ग्यारह पर निर्दलीय, चार पर भाजपा, दो पर कांग्रेस उम्मीदवारों का कब्जा रहा। यहां भी निर्दलीय उम्मीदवार के सहयोग से ही चेयरमैन बनेगा। अब देखना पड़ेगा कि सात निर्दलीय उम्मीदवार एकजुट होकर अपना चेयरमैन चुनते हैं या फिर किसी पार्टी को समर्थन देंगे। हालांकि ऐसी स्थिति में किसी के लिए भी चेयरमैन नियुक्त करना टेढ़ी खीर से कम नहीं होगा।

जिला राजौरी म्यूनिसिपल कमेटी : यहां कांग्रेस भाजपा पर भारी रही। कस्बे के कुल 17 वार्डों में से कांग्रेस उम्मीदवारों का सात सीटों पर कब्जा रहा। जबकि दूसरे स्थान पर रही भाजपा ने छह सीटों पर कब्जा किया जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने चार सीटों पर अपनी जीत दर्ज करवाई।

सुंदरबनी म्यूनिसिपल कमेटी: यहां की काउंसिल पर भी भाजपा का कब्जा रहेगा। कस्बे की 13 वार्डों में 10 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार विजयी रहे जबकि तीन अन्य सीटों पर निर्दलीय उम्मीवारों ने जीत दर्ज की है। यहां कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई।

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