News UpdateUttarakhand

कृषि क्लीनिक एवं कृषि व्यापार केंद्र ने आयोजित की कार्यशाला

देहरादून। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के देहरादून स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के द्वारा कृषि क्लीनिक एवं कृषि व्यापार केंद्र (एसीएबीसी) की जानकारी हेतु राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक 08 अक्तूबर 2020 को आईटी पार्क सहस्त्रधारा रोड स्थित नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में वेब कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। कार्यशाला मे राज्य सरकार के कृषि विभाग, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तथा वाणिज्यिक बैंको, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक तथा राज्य सहकारी बैंक के अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए नाबार्ड  देहरादून क्षेत्रीय कार्यालय के महाप्रबन्धक (जीएम) भास्कर पंत ने उत्तराखंड में किसानो की स्थिति के बारें में चर्चा करते हुए राज्य के लघु एवं सीमांत किसानो की आय मे वृद्धि करने मे किसान उत्पादक संगठनो के संभावी योगदान को चिन्हित किया। उन्होंने योजना के तहत प्रशिक्षित उम्मीदवारों की संख्या एवं स्थापित व्यवसायो की संख्या के  बीच के अंतर को कम करने पर जोर दिया ताकि अधिकतम योग्य उम्मीदवार एवं किसान इस योजना से लाभान्वित हो सके तथा कृषि क्षेत्र मे विस्तार सेवाएँ उपलब्ध हो सके। आपने इस दौरान किसानो को उनके ही स्थान पर पूरक रोजगार एवं आय में वृद्धि के साधन उपलब्ध करवाने पर जोर दिया। कार्यशाला में अजय कुमार सोनी, प्रबन्धक एवं निष्यंत चन्द्रा, सहायक प्रबन्धक,नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय के द्वारा एसीएबीसी योजना पर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुतीकरणके दौरान मैनेज संस्था की प्रोफेसर डॉ कनक दुर्गा ने योजना के बारे लोगो के बीच जागरूकता की कमी को रेखांकित किया। एसएल बिरला, उप महाप्रबंधक,नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालयने सभी सहभागी बैंको से इसी तरह की कार्यशालाओ का आयोजन कृषि संस्थानो मे करने का अनुरोध किया ताकि कृषि विषय के छात्रों को स्वरोजगार के लिए योजना की जानकारी मिल सके। भी सहभागी बैंको को संभावी उद्यमियों की पहचान करके ।ब्।ठब् योजना के अन्तर्गत व्यवसाय स्थापित करने के लिए आवश्यक ऋण सहायता देने के आह्वान किया ताकि इस योजना का लाभ अधिकतम किसानो को मिले। एसएल बिरला ने योजना के अंतर्गत सब्सिडी के लिए आवश्यक दस्तावेजो का भी जिक्र किया जिनकी कमी के कारण सबसिडी अदायगी मे होने वाली अनावश्यक देरी से बचा जा सके। कार्यशाला के दौरान उपस्थित सफल डेयरी उधमिओ एवं एग्री क्लीनिक दृएग्री बिजनीस केंद्र स्थापित किए हुए कुछ सफल कृषि स्नातकों ने भी अपने अनुभव बताए तथा उक्त योजनाओ का लाभ लेकर उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार से अवगत कराया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button